कोरोना के डर को बनाया धंधा, 650 रुपये में बेच रहे 35 वाला मास्क
कोरोना वायरस के डर को कालाबाजारियों ने धंधा बना लिया है। फुटकर में कौन कहे पूर्वांचल के सबसे बड़े भालोटिया दवा बाजार की ज्यादातर दुकानों से सेनिटाइजर और मास्क गायब हैं। इक्का-दुक्का दुकानों पर उपलब्ध ये चीजें 10 से 20 गुना कीमत पर बिक रही हैं। गैर जानकारी और अफवाहों के चलते दहशत इतनी है कि लोग इन चीजों के लिए दिन भर बाजार में भटक रहे और अंत में तंग आकर मुंहमांगी कीमत पर खरीद रहे हैं।
सबसे ज्यादा किल्लत एन-95 मास्क की है। दवा बाजार में इक्का-दुक्का दुकानों (सर्जिकल सामान बेचने वाली)पर उपलब्ध यह मास्क गुरुवार को 550 से 650 रुपए तक में बिका। सफेद रंग के इस मास्क पर कोई कीमत अंकित नहीं थी। बताते हैं कि सामान्य दिनों में यह मास्क 35 से 50 रुपए तक में मिल जाता था। इसी तरह 12 रुपए में मिलने वाला मास्क 25 से 30 रुपए बिका।
सेनिटाइजर को लेकर भी फुटकर से थोक बाजार तक जबरदस्त लूट मची हुई है। गुरुवार को भालोटिया मार्केट की कुछ दुकानों पर डेढ़ सौ रुपए का सेनिटाइजर 350 रुपए में मिला। 35-40 रुपए के ग्लब्स की कीमत भी अचानक से बढ़ाकर दो सौ रुपए तक कर दी गई है।
रेट पर बात करते ही सामान देने से मना कर दे रहे दुकानदार
लोगों की दहशत और मांग को देखते हुए मुंहमांगी कीमत मांग रहे दुकानदार रेट की बात करते ही सामान देने से मना कर दे रहे हैं। मजबूरन ग्राहक या तो उनके द्वारा मांगी कीमत पर सामान खरीद रहे हैं या फिर निराश होकर लौट जा रहे हैं।
मास्क की जरूरत सबको नहीं
उधर, मुख्य चिकित्साधिकारी श्रीकांत तिवारी ने कहा कि कोरोना वायरस का हौव्वा बनाने की कोई जरूरत नहीं है। मास्क लगाने की आवश्यकता सभी को नहीं है। यह सिर्फ उन लोगों के लिए जरूरी है जिनका किसी कारणवश नमूना लेना जरूरी समझा गया हो। ऐसे लोगों को लाने, ले जाने वाली एम्बुलेंस के ड्राइवर, नमूना लेने वाली टीम, इलाज करने वाले चिकित्सकों और स्टॉफ के लिए यह जरूरी है। उन्होंने कहा कि हाथ अच्छे से धोने, भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचने और प्रभावित देशों से आए लोगों से समुचित जांच होने तक दूरी बनाए रखना कोरोना से बचने के लिए पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और सरकार पूरी तरह सतर्क और तैयार है। किसी को घबड़ाने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। वरिष्ठ चिकित्सक डा.संतोष सिंह ने भी कहा कि मास्क की जरूरत सिर्फ मरीजों, उनके आसपास रहने वाले डाक्टरों, स्टॉफ और भीड़ के बीच जाने वाले लोगों को ही है।
पहले 10-12 रुपए में बिकने वाला साधारण मास्क भी इस समय 25 से 30 रुपए में देरहे हैं। एन-95, 550 से 650 रुपए तक में बिक रहा है। कोई देखने वाला नहीं हैइन्हें।
रितेश जायसवाल
कालाबाजारियों ने कोरोना के नाम पर लूट मचा रखी है। कोई तुक नहींहै कि 12 रुपए का मास्क 25 और 35 रुपए का मास्क 500 रुपए मेंबिकने लगे।
जावेद
एक पीस हैंड सेनिटाइजर लेने के लिए मुझे भालोटिया मार्केट आना पड़ा। कम से कम 20 दुकान घूमने के बाद भी नहीं मिला। लोग बता रहे हैं कि कुछ कालाबाजारियों ने सारा माल दबा लिया है। मनमानी कीमत पर बेचने के लिए।
आनंद सिंह
मुझे डेढ़ सौ रुपए का सेनिटाइजर 350 रुपए में खरीदना पड़ा। ग्लब्स दो सौ रुपए का। पहले 5-7-10 रुपए का मास्क अभी 25, 30 में मिल रहा है। एन-95 मास्क 600-650 में मिल रहा है। समझ नहीं आ रहा कि आखिर ये हो क्या रहा है।
बृजेश कुमार गुप्ता